78 की उम्र में 97 बार शिकस्त, फिर मैदान में उतरे हसनुराम, 100वीं हार की है तमन्ना!
Hasanuram Ambedkari: लोकतांत्रिक देश में चुनाव किसी त्योहार की तरह होता है. इस त्यौहार में भाग लेने वाले प्रत्याशी चुनाव मैदान में जीत के इरादे से उतरते हैं, वहीं आगरा का एक शख्स अपने सिर पर हार की खुमारी लेकर चुनाव मैदान में आता है.
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